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@dr_hiteshgohil

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वो मैय्यत पे आए मेरी और झुक के कान में बोले सच में मर गए हो या कोई नया तमाशा है..


"अनुपयोग से लोहे में जंग लग जाता है; #पानी ठहराव से अपनी शुद्धता खो देता है यहां तक कि निष्क्रियता भी मन की शक्ति को नष्ट कर देती है।" ~ लियोनार्डो दा विंसी (Leonardo da Vinci)


भवतः सरलता भवन्तं सुन्दरं करोति !


एक वक़्त के तिशना लबी का शिकवा था आज क़ब्ज़े में समन्दर है मगर प्यास नहीं है


वख्त का एहसान समझे या लिहाज़ बारिश से ज़िक्र के लिए तरसते थे बोर हो गए अब बारिश की बातों से बारिश से हिज्र के लिए तरसते है जिक्र-उल्लेख,बातचीत हिज्र वियोगअलग होना ख़ामोशी को बड़ी शिद्दत से अपने अल्फाज़ में रहेना अच्छा बेमौसम की बारिश को भी अपने लिहाज़ में रहेना अच्छा


उस की आँखों को ग़ौर से देखो मंदिरों में चराग़ जलते हैं.. बशीर बद्र


कभी बेपनाह सी पड़ी, कभी गुम सी है... यह बारिश भी कुछ कुछ तुम सी है.... *गुलज़ार*


दूर तक छाए थे बादल और कहीं साया न था इस तरह बरसात का मौसम कभी आया न था बरसात का बादल तो दीवाना है क्या जाने किस राह से बचना है किस छत को भिगोना है अजीब मुक़ाम से-गुजरा है क़ाफ़िला ज़िंदगी का सुकून ढूँढने चले थे-नींद भी गवा बैठे,कभी बेपनाह सी पड़ी,कभी गुम सी है,यह भी कुछतुम सी है


ત્રણ ચાર વરસ મોટા છોકરાઓને અંકલ કહીને બોલાવવા વાળી છોકરી, દસ બાર વરસ મોટા ટકલા પતિને બેબી કહીને બોલાવતી હોય છે...!!


માવઠું બોલ્યું વાયરાના કાન માં, ચાલ જઈએ શિયાળાની જાનમાં.


. *II आ नो भद्रा:* *क्रतवो यन्तु विश्वत: II* *चारौं दिशाओं से* *हमे शुभ विचार* *प्राप्त हो !!!* *- ऋगवेद* *નૂતન વર્ષની શુભેરછાઓ*


अजीब अदा है लोगों की...!!! नजरें भी हम पर है और , नाराज़गी भी हम से...


मुसाफ़िर हैं हम भी मुसाफ़िर हो तुम भी, किसी मोड़ पर फिर मुलाक़ात होगी ❣️ - बशीर बद्र


छोड़ जाने की लाखों वजह होने के बाद भी रूकने की एक वजह ढूंढ लेना ही प्रेम है ।। प्रेम कभी किसी को नहीं चुनता वो सिर्फ़ दस्तक देता है 🤍 प्रेम से बनाया गया कोई भी संबंध अवैध नहीं होता है.. प्रेम स्वयं में वैध है । ये अच्छे संस्कार ही तो है, जो जीवन को खूबसूरत बनाते हैं..


શૂન્ય પાલનપુરીની ખૂબ સરસ રચના. બહાર થી દેખાય એટલા...ભીતરથી રૂપાળા નથી હોતા સબંધો બધા તમે માનો છો...તેટલા હુંફાળા નથી હોતા ભૂલી જાઓ કે તમારો સૂર્ય...મધ્યાહને હતો એક દિવસ આથમતા સુરજ ના કંઈ...બહુ અજવાળા નથી હોતા અવગણના થાય તો...આંખ આડા કાન કરજો પ્રેમથી એવું ઘર ક્યાં મળે કે...


शक़्ल खूबसूरत रहे न रहे, शख्सियत खूबसूरत होनी चाहिए.. कोई आपसे मोहब्बत करे न करे, आपको खुद से मोहब्बत होनी चाहिये


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