deepakkapiswe's profile picture. सनातन धर्म, संस्कृति और राष्ट्रभक्ति
I write #Haskell Code #SoftwareEngineer
Produce Devotional Songs #Musician

Deepak Kapiswe

@deepakkapiswe

सनातन धर्म, संस्कृति और राष्ट्रभक्ति I write #Haskell Code #SoftwareEngineer Produce Devotional Songs #Musician

हम सबकी सदगुरु मां kabirgyan.com/share/gyanSutr…


ईश्वर से भी बढ़ कर होते हैं, संत-सद्गुरु kabirgyan.com/share/gyanSutr…


सच्चे सदगुरु की महिमा kabirgyan.com/share/gyanSutr…


गोविंद से बढ़कर गुरु में प्रेम हो kabirgyan.com/share/gyanSutr…


ध्यान के समय मन अधिक क्यों भागता है? kabirgyan.com/share/gyanSutr…


गुरु के प्रति श्रद्धा और प्रेम kabirgyan.com/share/gyanSutr…


मानव जीवन के चार पुरुषार्थ kabirgyan.com/share/gyanSutr… #चार_पुरुषार्थ #GyanSutra


चित्त की समता ही अध्यात्म का दर्पण kabirgyan.com/share/gyanSutr…


भगवान श्रीराम की मातृ पितृ भक्ति kabirgyan.com/share/gyanSutr… #जय श्री राम #JaiSriRam


बुद्धि के चार प्रकार kabirgyan.com/share/gyanSutr…


वेद शास्त्र जन्म से वर्ण नहीं मानते kabirgyan.com/share/gyanSutr…


ऊंच-नीच, जाति-पाति सनातन धर्म का हिस्सा नहीं kabirgyan.com/share/gyanSutr… #SanatanaDharma #Hindutva #veda


वेदों के अनुसार सभी समान kabirgyan.com/share/gyanSutr…


आज एकादशी है। परमात्मा की दया सब पर सदा बरसती रहे, ऐसी प्रार्थना है। जीव परमात्मा का अंश है। प्राणी परमात्मा की संताने हैं। जैसे बच्चा मां से बिछुड़ जाने पर मां की खोज में दर-दर भटकता फिरता है, वैसे ही हम परमात्मा से वियुक्त होकर धरती पर आ पटकाये हैं। -- #ekadashi #एकादशी



Real Spirituality

ज्ञानस्यैव पराकाष्ठा वैराग्यम्- ज्ञान की पराकाष्ठा को ही वैराग्य कहा गया है।  ‘देह असत्, अनित्य, जड़ और दुःखरूप है और इसका साक्षी 'मैं आत्मा' सत्, नित्य, चेतन और आनंदरूप हूँ। मैं ब्रह्म का अभिन्न अंश हू। ब्रह्म सत्य है और जगत मिथ्या है-इसका बोध ही ज्ञान है।-- #वैराग्य #GyanSutra



I have taken part in the #MyNEP quiz competition organised by Vidya Bharati .Here's your chance to do the same & let people know how the National Education Policy will lay the foundation for a New India click on the link below to participate: mynep.in/nep_fe/en/cert…


सुखी बनने का उपाय #अध्यात्म #सनातन_सर्वश्रेष्ठ_है #सनातन_धर्म #हिंदुत्व

भतृहरि जी ने मानव जीवन को सुखी बनाने हेतु सारा सरंजाम जुटा कर एक ही श्लोक में कह दिया है- शांतितुल्यं तपो नास्ति न संतोषात्परं सुखम्। न तृष्णायाः परो व्याधिर्न च धर्मो दया समः।। शांतितुल्यं तपो नास्ति आज-कल के भौतिक चकाचौंध में उलझे मानव जीवन में अशांति बनी ही रहती है। --



When positivity is within, you see it everywhere #sunset #PositiveVibes #positiveenergy

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#PositiveVibes 
#positiveenergy

we become what we think of ourself

कहावत है जैसा ख्याल जैसा हाल। अतःअपने आप को कम मत आंकिए। अपने भीतर छुपे-दबे आनंद के खजाने से परिचित होइए। अथर्ववेद में कहा गया है-शुक्रोअ्सि भ्राजोअ्सि स्वरसि ज्योतिरसि। अर्थात 'तू शुद्ध,तेजस्वी, आनंदमय एवं प्रकाशमान हैं।'

kabirgyan_ofc's tweet image. कहावत है जैसा ख्याल जैसा हाल। अतःअपने आप को कम मत आंकिए। अपने भीतर छुपे-दबे आनंद के खजाने से परिचित होइए। अथर्ववेद में कहा गया है-शुक्रोअ्सि भ्राजोअ्सि स्वरसि ज्योतिरसि।
अर्थात 'तू शुद्ध,तेजस्वी, आनंदमय एवं प्रकाशमान हैं।'


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