imraghusingh's profile picture. मिट्टी का तन मस्ती का मन , क्षण भर जीवन मेरा परिचय
| Student🖊️ | Nation First 🇮🇳 | Believe in karma🙏 |

रघुनंदन सिंह

@imraghusingh

मिट्टी का तन मस्ती का मन , क्षण भर जीवन मेरा परिचय | Student🖊️ | Nation First 🇮🇳 | Believe in karma🙏 |

भोर की धूप,खेतों की हरियाली, गाँव की ये सादगी सच में अनमोल है"🌻💚

imraghusingh's tweet image. भोर की धूप,खेतों की हरियाली,
गाँव की ये सादगी सच में अनमोल है"🌻💚
imraghusingh's tweet image. भोर की धूप,खेतों की हरियाली,
गाँव की ये सादगी सच में अनमोल है"🌻💚

वो वक्त कुछ और था♥️

imraghusingh's tweet image. वो वक्त कुछ और था♥️
imraghusingh's tweet image. वो वक्त कुछ और था♥️
imraghusingh's tweet image. वो वक्त कुछ और था♥️
imraghusingh's tweet image. वो वक्त कुछ और था♥️

Well said @Abhinav_Pan भैया

1 मिनट सुन सकते हैं?



रघुनंदन सिंह รีโพสต์แล้ว

हल्के हल्के ठंड की शुरुआत के साथ छठ पूजा के लिए घाट जाने का मजा ही कुछ और है ✨🥹🙏🏻 शुभ प्रभात मित्रो 🌸

ksapnasingh's tweet image. हल्के हल्के ठंड की शुरुआत के साथ छठ पूजा के लिए घाट जाने का मजा ही कुछ और है ✨🥹🙏🏻
शुभ प्रभात मित्रो 🌸

रघुनंदन सिंह รีโพสต์แล้ว

दुनिया कहती है, जिसका उदय होता है उसका अस्त होना तय है लेकिन, छठ पर्व सिखाता है जिसका अस्त होता है उसका उदय होना तय है 🙏 संध्या अर्ग कि आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।छठी मैया आप सभी पर अपनी कृपा बनाए रखे।❤️🙏🏻 #ChhathPuja


रघुनंदन सिंह รีโพสต์แล้ว

महापर्व छठ पूजा के दूसरे दिन खरना की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं 🙏🏻🌺 #छठी_मैय्या


किस तरह छोड़ दूँ तुम्हें जानाँ तुम मेरी आखिरी मोहब्बत हो

imraghusingh's tweet image. किस तरह छोड़ दूँ तुम्हें जानाँ
तुम मेरी आखिरी मोहब्बत हो

एक दिन तो सबको मरना ही है। लेकिन असमय कोई अपनो से दूर चला जाता है तो बहुत ही ज्यादा चुभता है। चुभता तो और ज्यादा तब है जब वह अकेला इंसान उस घर के सभी प्रकार के जिम्मेवारियों को अपने कंधे लिए धोता फिरता हो।


Good Job विधायक जी @Abhinav_Pan

बहुत मुश्किल होता है कई बार पत्रकार होते हुए भी भावनाओं पर कंट्रोल में। यहां नहीं कर पाया किसी फ़िल्म फेस्टिवल में दिखाने से बेहतर हमने सोचा ये डॉक्यूमेंट्री जिसपर बनी है,जिनके पास ना मोबाइल,TV नहीं है,उन्हें दिखाया जाए।पहला Premiere मुसहर टोली में



न बहुत खुश ना बहुत उदास हूँ मैं।  इन  दिनों  अपने  आसपास  हूँ मैं॥ - सारुल बागला

imraghusingh's tweet image. न बहुत खुश ना बहुत उदास हूँ मैं। 
इन  दिनों  अपने  आसपास  हूँ मैं॥

- सारुल बागला

ज़िंगिया के खेला समझ में ना आवे...

हर मोड़ पे तक़दीर कोई नया खेल दिखाए है हम सोचते और है, नतीजे मगर कुछ और है ~चाहत

AnkahiChahat's tweet image. हर मोड़ पे तक़दीर कोई नया खेल दिखाए है 
हम सोचते और है, नतीजे मगर कुछ और है

~चाहत


रघुनंदन सिंह รีโพสต์แล้ว

हम कल्पनाएं बड़ी सुंदर रचते हैं; शायद वो कल्पना हैं इसलिए! ~चाहत

AnkahiChahat's tweet image. हम कल्पनाएं बड़ी सुंदर रचते हैं; शायद वो कल्पना हैं इसलिए!

~चाहत

तुम्हारा साथ होना असीम खुशी की अनुभूति देता है। मानो संसार की समस्त खुशी मुझे मिल गई हो...


रघुनंदन सिंह รีโพสต์แล้ว

इस क़दर प्यार से न मिल प्यारे मैं हो जाऊँ न बद-गुमान कहीं -Divya 'sabaa'

divya_sabaa's tweet image. इस क़दर प्यार से न मिल प्यारे 
मैं हो जाऊँ न बद-गुमान कहीं

-Divya 'sabaa'

रघुनंदन सिंह รีโพสต์แล้ว

तुम्हारा स्पर्श में बहुत सुकून है, मेरे दिल को शांति देता है। तुम्हारे हाथों का स्पर्श, मेरे तन और मन को आराम देता है। तुम्हारी उंगलियों का स्पर्श, मेरे दिल की धड़कनों को धीमा कर देता है। तुम्हारे आलिंगन में, मैं खुद को सुरक्षित और प्यार महसूस करता हूं। तुम्हारा स्पर्श मेरे लिए…

chastemonk's tweet image. तुम्हारा स्पर्श में बहुत सुकून है, मेरे दिल को शांति देता है। तुम्हारे हाथों का स्पर्श, मेरे तन और मन को आराम देता है।

तुम्हारी उंगलियों का स्पर्श, मेरे दिल की धड़कनों को धीमा कर देता है। तुम्हारे आलिंगन में, मैं खुद को सुरक्षित और प्यार महसूस करता हूं। तुम्हारा स्पर्श मेरे लिए…

रघुनंदन सिंह รีโพสต์แล้ว

हमने बुझा दिए थे कई ख्वाब रात में, सुबह हुई तो वही रौशनी बन गए। ~चाहत

AnkahiChahat's tweet image. हमने बुझा दिए थे कई ख्वाब रात में,
सुबह हुई तो वही रौशनी बन गए।

~चाहत

रघुनंदन सिंह รีโพสต์แล้ว

एक स्त्री का महत्व उसके प्रेम, सहानुभूति, और समर्पण में है। वह परिवार और समाज की धुरी होती है, जो जीवन में स्थिरता और स्नेह लाती है। उसकी ममता, वात्सल्य, और त्याग भावना उसे अद्वितीय बनाती है, और उसकी उपस्थिति जीवन को सुंदर और अर्थपूर्ण बनाती है। - @chastemonk

क्या तुम जानते हो पुरुष से भिन्न एक स्त्री का एकांत? तन के भूगोल से परे एक स्त्री के मन की गाँठें खोल कर कभी पढ़ा है तुमने उसके भीतर का खौलता इतिहास? पढ़ा है कभी उसकी चुप्पी की दहलीज़ पर बैठ शब्दों की प्रतीक्षा में उसके चेहरे को? अगर नहीं! तो फिर जानते क्या हो तुम रसोई और…

ShoonyaPoetry's tweet image. क्या तुम जानते हो
पुरुष से भिन्न
एक स्त्री का एकांत?

तन के भूगोल से परे
एक स्त्री के
मन की गाँठें खोल कर
कभी पढ़ा है तुमने
उसके भीतर का खौलता इतिहास?

पढ़ा है कभी
उसकी चुप्पी की दहलीज़ पर बैठ
शब्दों की प्रतीक्षा में उसके चेहरे को?

अगर नहीं!
तो फिर जानते क्या हो तुम
रसोई और…


रघुनंदन सिंह รีโพสต์แล้ว

मेरा धैर्य भी तुम,मेरी उत्सुकता भी तुम। मेरा श्रृंगार भी तुम,मेरा सौंदर्य भी तुम। मेरे हर एहसास में तुम,मुझसे जुड़ी हर बात में तुम। मेरे जीने की हर वजह भी तुम। गर तुम नहीं तो कुछ बाक़ी नहीं मेरी हर श्वास हर धड़कन में सिर्फ़ तुम।🌸❤️

Swatimishra026's tweet image. मेरा धैर्य भी तुम,मेरी उत्सुकता भी तुम।
मेरा श्रृंगार भी तुम,मेरा सौंदर्य भी तुम।
मेरे हर एहसास में तुम,मुझसे जुड़ी हर बात में तुम।
मेरे जीने की हर वजह भी तुम।
गर तुम नहीं तो कुछ बाक़ी नहीं
मेरी हर श्वास हर धड़कन में सिर्फ़ तुम।🌸❤️

मैं क्या कहूँ के मुझे सब्र क्यूँ नहीं आता! मैं क्या करूँ के तुझे देखने की आदत है। - Ahmad Faraz

imraghusingh's tweet image. मैं क्या कहूँ के मुझे सब्र क्यूँ नहीं आता!
मैं क्या करूँ के तुझे देखने की आदत है।

- Ahmad Faraz

United States เทรนด์

Loading...

Something went wrong.


Something went wrong.