saurabh_uno's profile picture. एक सुलझा हुआ लड़का हूं मै, 
एक उलझे हुए मिजाज का।

सौरभ तिवारी

@saurabh_uno

एक सुलझा हुआ लड़का हूं मै, एक उलझे हुए मिजाज का।

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मैं तो जमीन हूं, . मेरे हिस्से में चांद कहां? #NewProfilePic

saurabh_uno's tweet image. मैं तो जमीन हूं,
.
मेरे हिस्से में चांद कहां?

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45°C तापमान शहर वाले : Its To Hot गांव वाले : कुछ न होता चा बना ले, गर्मी ने गर्मी मारेगी 😂🙏🏻


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किराए की बिल्डिंग में ब्रांच चलाने वाले बैंक सबको होमलोन के फायदे बताकर कर्ज़दार बना देते हैं। भाई कर्ज़ लेकर अपना घर और दुकान लेने में इतना ही फायदा है, तो आप क्यों नहीं ले लेते खुद की बिल्डिंग? आपके पास कौनसी कमी है पैसों की?


सौरभ तिवारी reposted

फ़ासले दरमियाँ बढ़े है ग़र, तो सुनो .. .. यक़ीनन तुमने ही ‘विश्वास’ तोड़ा होगा! #Sush!


सौरभ तिवारी reposted

रामायण देखते समय में एक बात पर ध्यान गया🤔 असुर पक्ष के तीर....सदैव Left Side से आते हैं! मतलब असुर शुरू से ही वामपंथी रहे हैं..😂


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मुझे फक्र है अपने किरदार पर कौन क्या सोचता है परवाह नहीं।


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प्यार और सम्मान दो ऐसे उपहार हैं, अगर देने लग जाओ तो बेजुबान भी झुक जाते हैं !!😊🥰 #सुप्रभात 🙏🏻


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काट कर ग़ैरों की टांगें ख़ुद लगा लेते हैं लोग, इस शहर में इस तरह भी क़द बढ़ा लेते हैं लोग... !!


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नतीजों का परवाह नहीं मुझे, प्रयसो का अपना अलग मजा है..


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दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे जब कभी हम दोस्त हो जाएँ तो शर्मिंदा न हों ~ बशीर बद्र


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वैभव-विलास की चाह नहीं, अपनी कोई परवाह नहीं। 😊❤️

MahakaviDinkar's tweet image. वैभव-विलास की चाह नहीं,
अपनी कोई परवाह नहीं।
😊❤️

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न डर न अहंकार, न कोई ठौर - ठिकाना, मिट्टी था मैं, मिट्टी ही हूँ, और फिर मिट्टी हो जाना। बात ख़त्म ————


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जब से ब्रह्मा ने सृष्टि रची, तब से आज तक कभी बारातियों को कोई प्रसन्न नहीं रख सका। - मुंशी प्रेमचंद


सौरभ तिवारी reposted

किसी के जिस्म को कपड़ा तक नही हासिल, किसी के खिड़कियों के पर्दे भी मखमल के होते हैं। ~ अज्ञात

tarksahitya's tweet image. किसी के जिस्म को कपड़ा तक नही हासिल, किसी के खिड़कियों के पर्दे भी मखमल के होते हैं।

~ अज्ञात

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तकलीफें आधी हो जाती हैं जब कोई अपना आकर बोलता है , चिंता मत कर मै हूं ना…


सौरभ तिवारी reposted

कौन कहता है भगवान नहीं आता, वही तो नजर आता है जब कोई नजर नहीं आता.. बात ख़त्म ————


सौरभ तिवारी reposted

दुनिया के सारे झूठ एक तरफ़ और बारात हमारे निवास स्थान से 7 बजे चलेगी वाला एक तरफ़।😜


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सांप बेरोजगार हो गए! अब आदमी काटने लगे! कुत्ते क्या करें तलवे अब आदमी चाटने लगे! 😏


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आप जितनी बहसे जीतते हैं उतने मित्रों को खो देते हैं। ~ शिव खेड़ा

Ankitydv92's tweet image. आप जितनी बहसे जीतते हैं उतने मित्रों को खो देते हैं।

~ शिव खेड़ा

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जिस दिन औरतें अपने श्रम का हिसाब माँगेंगी, उस दिन मानव इतिहास की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी चोरी पकड़ी जाएगी। ~ रोज़ा लग्जमबर्ग


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घर की हालत घर बनने से नहीं आपसी तालमेल बनने से सुधरती है। ~ अंकित यादव


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